मेरे विचार से कंस महामूढ ही था । मूढता मे अहंकार, क्रोध व जिद्द अपने अति पर होना स्वाभाविक है
उसके मंत्रीयो ने उसे अलग- अलग बन्दी गृह मे रखने की सलाह दी थी, परन्तु वह अपनेघमण्ड मे चूर इसे अपना अपमान समझा और कहा कि कहॉ मै और कहॉ ये छोटे से बच्चेवो मुझे मार देगे मै पैदा होते ही उनको मार दूगा ।
देखता हू कि मुझे कौन मार सकता है । इसीलिए उसने दोनो को एक ही कैद खाने मे बन्द कर दिया और प्रत्येक शिशु की बेरहमी से हत्या करी । लेकिन संयोगवश आठवा पुत्र बच गया और वही उसकी मृत्यु बना ।
No comments:
Post a Comment