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Wednesday, 10 August 2016

Baba saheb ANAMOL VICHAR

मैं  ऐसे  धर्म  को  मानता  हूँ  जो  स्वतंत्रता , समानता , और  भाई -चारा  सीखाये .
-B. R. Ambedkar 

 हिंदू धर्म में, विवेक, कारण, और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश नहीं है.
-B. R. Ambedkar

मैं  किसी  समुदाय  की  प्रगति  महिलाओं  ने  जो  प्रगति  हांसिल  की  है  उससे  मापता  हूँ .
-B. R. Ambedkar 

जीवन  लम्बा  होने  की  बजाये  महान  होना  चाहिए .
-B. R. Ambedkar

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