मैं ऐसे धर्म को मानता हूँ जो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारा सीखाये .
-B. R. Ambedkar
हिंदू धर्म में, विवेक, कारण, और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश नहीं है.
-B. R. Ambedkar
मैं किसी समुदाय की प्रगति महिलाओं ने जो प्रगति हांसिल की है उससे मापता हूँ .
-B. R. Ambedkar
जीवन लम्बा होने की बजाये महान होना चाहिए .
-B. R. Ambedkar
No comments:
Post a Comment